Last Updated: Friday, July 12, 2013, 00:26
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव का पहला चरण आज करीब करीब शांतिपूर्वक संपन्न हो गया जिसमें जंगलमहल के तीन जिले भी शामिल थे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था एवं हेलीकॉप्टर से निगरानी के बीच लगभग 70 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव तापस राय ने संवाददाताओं से कहा, ‘चुनाव करीब करीब शांतिपूर्ण रहा है। हिंसा की कुछ वारदात हुई हैं। जैमिंग और बूथ कैप्चर करने की कुछ शिकायतें मिली हैं। हम इन पर विचार कर रहे हैं।’ आयोग के सूत्रों ने कहा कि शाम 5 बजे तक करीब 70 प्रतिशत मतदान हुआ। इस समय मतदान केंद्रों पर लंबी लंबी कतारें लगी हुई थीं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिमी मिदनापुर, बांकुरा और पुरलिया जिलों में पहले चरण में शांतिपूर्ण चुनाव पर संतोष प्रकट किया। यह इलाका पहले माओवादियों का गढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मतदान प्रक्रिया पूरी तरह शांतिपूर्ण रही। जनता ने माओवादियों और माकपा की हिंसा की राजनीति को खारिज कर दिया है।’ पुलिस ने कहा कि पश्चिमी मिदनापुर जिले के साबोंग में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प में 11 लोग घायल हो गये।
पुलिस के मुताबिक घायलों में तृणमूल का ग्राम पंचायत का एक उम्मीदवार भी शामिल है। पांच घायलों को मेदिनीपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विपक्ष के नेता और माकपा पोलितब्यूरो के सदस्य सूर्यकांत मिश्रा की पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के खादुरडाह ग्राम पंचायत इलाके के एक मतदान केंद्र के बाहर स्थानीय तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं से तीखी बहस हो गयी।
पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के माओवादी प्रभाव वाले पिराकाटा, भीमपुर, सालबनी और गोलतोरे में भी मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गयीं। मतदान में भाग लेने वाले बुजुर्ग नागरिकों ने बताया कि उन्होंने इतने सालों में पहले कभी मतदाताओं के बीच इतना उत्साह नहीं देखा। महिलाएं भी बड़ी संख्या में घरों से वोट डालने के लिए निकलीं जिसमें जगह जगह छड़ियों के सहारे बुजुर्ग महिलाओं को भी उत्साह के साथ जाते हुए देखा जा सकता था। बांकुरा जिले के बिष्णुपुर में मुस्लिम समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में कतार में खड़े देखे गये।
जब संवाददाताओं ने रमजान में वोट डालने में हुई असुविधा के बारे में पूछा तो उनमें से ज्यादातर ने कोई असुविधा नहीं होने की बात कही। विपक्षी कांग्रेस और वाम मोर्चा ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय बलों को उचित तरीके से तैनात नहीं किया गया और ऐसा तृणमूल कांग्रेस ने आतंक फैलाने के लिए किया है। पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘क्या यह चुनाव है। केंद्रीय बलों को उचित तरीके से तैनात नहीं किया गया। कई कार्यकर्ताओं को बुरी तरह पीटा गया। यह सबसे अधिक खून-खराबे वाला चुनाव है जो मैंने देखा है।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, July 12, 2013, 00:26