Last Updated: Thursday, January 26, 2012, 14:14
अगरतला/आइजोल : पूर्वोत्तर राज्यों में विद्रोहियों के बहिष्कार के आह्वान को नजरंदाज करते हुए 63वां गणतंत्र दिवस समारोह गुरुवार को पूरे उल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर राज्यों में आर्थिक एवं सामाजिक विकास तेज करने के संकल्प भी लिए गए। गणतंत्र दिवस के समारोहों में भाग लेने के लिए भारी संख्या में लोग घरों से निकले।
असम के शिवसागर जिले के सोनारी कस्बे में गणतंत्र दिवस समारोह स्थल के समीप एक बम बरामद होने से राष्ट्र ध्वज फहराने के समारोह में व्यवधान पड़ा। बम को हालांकि निष्क्रिय कर दिया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, पास के एक सैन्य प्रतिष्ठान से आए बम निरोधक विशेषज्ञों ने बम को निष्क्रिय कर दिया। बम की बरामदगी से लोगों में थोड़ी देर के लिए दहशत फैल गई। वार्ता-विरोधी युनाइटेड फ्रंट आफ असम (उल्फा) के गुट सहित कई विद्रोही संगठनों ने लोगों से गणतंत्र दिवस समारोहों का बहिष्कार करने के लिए कहा था।
मणिपुर की राजधानी इम्फाल में संदिग्ध विद्रोहियों ने एक बम विस्फोट किया लेकिन इस विस्फोट में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि शमासाखी स्कूल इलाके के समीप करीब नौ बजे बम विस्फोट हुआ। इस विस्फोट के बाद इलाके में भय का माहौल उत्पन्न हो गया।
वहीं, पूर्वोत्तर राज्यों के कई राज्यपालों ने अपनी सम्बंधित राजधानियों में राष्ट्र ध्वज फहराया और विद्रोही संगठनों से मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की। मणिपुर के राज्यपाल गुरबचन जगत ने विद्रोही समूहों से हिंसा का रास्ता छोड़ने और राज्य के विकास के लिए मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की। इम्फाल में राष्ट्र ध्वज फहराने के बाद जगत ने कहा, समस्याओं का समाधान बंदूकों से नहीं हो सकता। मुद्दों और मांगों का हल वार्ता के जरिए ही हो सकता है।
वहीं, त्रिपुरा के राज्यपाल डीवाई पाटील ने कहा कि राज्य प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है और इन संसाधनों का उपयोग यदि सही तरीके से किया गया तो सभी क्षेत्रों में तेजी के साथ विकास होगा। मिजोरम के राज्यपाल वी पुरुषोत्तमन ने आइजोल में कहा कि ग्रामीण इलाकों के समन्वित विकास के लिए न्यू लैंड यूज पॉलिसी (एनएलयूपी) को प्रभावी तरीके से लागू किया जा रहा है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 26, 2012, 19:45