Last Updated: Thursday, April 26, 2012, 14:43
ज़ी न्यूज ब्यूरोलखनऊ : छोटे बच्चों की किताबों में ए फॉर एप्पल, बी फॉर बैट और सी फॉर कैट अब बीते जमाने की बात होती जा रही है। कुछ ऐसे ही संकेत उत्तर प्रदेश से मिल रहे हैं। सूबे के मुरादाबाद जिले में स्कूली बच्चे अब हिंसा से जुड़े शब्दों से अक्षर ज्ञान हासिल कर रहे हैं। शहर में प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में बच्चों की हिंदी की किताबों में 'ब' से बम और 'च' से चाकू पढ़ाए जाने का मामला सामने आया है।
इसके अलावा कक्षा आठ की नैतिक शिक्षा की 'न्यू वे ब्लूम' में भारतीय तिरंगे को पांच जगहों पर गलत तरह से छापा गया है। इस तरह का मामला सामने आने के बाद मुरादाबाद जिला के बेसिक शिक्षा अधिकारी बाल मुकुंद ने बताया कि बच्चों की किताबों में राष्ट्रीय झंडे का अपमान करना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि इस बारे में पब्लिशर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की किताबों का प्रयोग सीबीएसई और यूपी बोर्ड दोनों में किया जा रहा है।
गुरुकुल पब्लिकेशन के प्रमुख अंकुर जुल्का ने कहा कि राष्ट्रीय तिरंगे के पिक्चर को गलत छापा जाना एक बड़ी गलती है। जैसे ही हमें इस बारे में शिकायत मिली, बाजार से सारे किताबों के ऑर्डर को वापस ले लिया गया। दूसरी तरफ नर्सरी क्लास में प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में बच्चों को हिंदी की वर्णमाला किताब 'आलोक शब्द' में ब का मतलब बम और च का मतलब चाकू पढ़ाया जा रहा है। सीबीएसई पर्यवेक्षक जावेद आलम ने कहा कि इस मामले में प्रकाशक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
First Published: Thursday, April 26, 2012, 20:13