Last Updated: Saturday, June 2, 2012, 21:46

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
पटना : रणवीर सेना प्रमुख ब्रहमेश्वर मुखिया की आरा शहर से आ रही शवयात्रा में शामिल उपद्रवियों ने शनिवार को पटना में भी जमकर उत्पात, तोड़फोड़ और आगजनी तथा पुलिस के साथ झड़प की। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पटना में गंगा नदी किनारे स्थित बांस घाट पर ब्रहमेश्वर मुखिया की अंत्येष्टि के लिए आ रही अंतिम यात्रा में शामिल लोगों में से उपद्रवियों ने शहर में प्रवेश के बाद रास्ते भर जमकर उत्पात किया, पुलिस वाहन, आम लोगों की दर्जनों गाड़ियों में आग लगा दी और पुलिस पर पथराव किया। हालांकि पुलिस ने प्रतिक्रिया में कोई कार्रवाई नहीं की।
जानकारी के अनुसार, राजधानी में पचास से भी ज्यादा वाहनों को फूंक दिया गया। समर्थकों ने कई दुकानें बंद करवाईं और शीशे तोड़ दिए। वहीं, कई जगहों पर आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस जीप और सरकारी बसों को भी नहीं बख्शा। बिहार विधानसभा के बाहर भी समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया। जिसके बाद सूबे में हालात तनावपूर्ण बन गए हैं। वहीं, कई अन्य जिलों में भी उत्पात मचाए जाने की खबरें हैं।
सूत्रों ने बताया कि आक्रोशित लोगों ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर, भाजपा विधायक अनिल कुमार, जदयू के निलंबित सांसद राजीव रंजन सिंह ललन और पूर्व सांसद अखिलेश सिंह के साथ धक्का मुक्की की और उनके वाहनों के शीशे क्षतिग्रस्त कर दिए।
समाचार संकलन कर रहे मीडियाकर्मियों पर हमला किया और उनके वाहनों के शीशे क्षतिग्रस्त कर दिये। मुखिया की आरा शहर में कतिरा मुहल्ले में शुक्रवार की सुबह अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद आरा शहर में मुखिया समर्थक उपद्रवियों ने कई सरकारी कार्यालयों, वाहनों में आग लगा दी थी। उपद्रवियों ने आरा स्टेशन और एक हरिजन छात्रावास में भी तोड़फोड़ की थी।
उन्होंने बताया कि आरा से आ रही शव यात्रा में शामिल लोगों ने रास्ते में कई स्थानों में पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और पटना शहर में पहुंचने के बाद तांडव मचाया। उपद्रवियों में अधिकतर मोटरसाइकिल पर सवार कुछ युवक थे जो हाथ में बांस और बल्ली लिये वाहनों के शीशे क्षतिग्रस्त कर रहे थे।
राजधानी पटना में मुख्य सड़क बेली रोड पर राजाबाजार, सगुना मोड़, आयकर चौराहा और बांस घाट के पास उपद्रवियों ने आगजनी और तोडफोड़ की तथा दर्जनों वाहनों को फूंक दिया। सूत्रों ने बताया कि उपद्रवियों ने बेली रोड पर स्थित नया सचिवालय के पास एक अस्थायी पुलिस चैक पोस्ट को फूंक दिया और कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
आयकर चौराहे के पास असामाजिक तत्वों ने बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की एक बस, पुलिस की एक पीली बत्ती लगी जिप्सी, एक खुली जीप को फूंक दिया। यहां उपद्रवियों ने पुलिस के उपर पथराव किया जिससे पुलिस को पीछे हटना पड़ा। यहां उपद्रवियों ने चार वाहनों को फूंक दिया।
बांस घाट के पास पहुंचने पर आक्रोशित लोगों ने टीकाकरण के एक वाहन के शीशे को क्षतिग्रस्त किया। शवयात्रा में शामिल लोग नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को लोगों से शांति और सौहार्द बनाये रखने की अपील की थी जिसका कोई असर नहीं दिखा। शवयात्रा में शामिल होकर श्रद्धांजलि देने बिहटा पहुंचे सीपी ठाकुर के वाहन के शीशे क्षतिग्रस्त कर दिये गये। शवयात्रा में शामिल उपद्रवियों ने जहां जहां पुलिस के वाहन देखे उन्हें निशाना बनाया लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
शुक्रवार को ब्रहमेश्वर मुखिया की हत्या के बाद आरा में हुए उपद्रव की घटना के बाद पुलिस ने बांस घाट पर अंत्येष्टि को देखते हुए सुरक्षा के भारी इंतजाम किये थे। सूत्रों ने बताया कि शाम करीब चार बजे से उपद्रव के कारण पटना के मुख्य इलाके में तनावपूर्ण हालात रहे। शवयात्रा डाक बंगला चौराहे पर भी पहुंची जो आम दिनों में काफी व्यस्त रहता है। आगजनी और तोड़फोड़ के कारण पटना के बेली रोड वाले इलाके में यातायात के सार्वजनिक साधन नहीं चले, दुकानें बंद रहीं।
बहरहाल शाम सात बजे के आसपास बांस घाट पर गंगा नदी के किनारे रणवीर सेना प्रमुख का अंतिम संस्कार हुआ। मुखिया के पुत्र इंदुभूषण ने मुखाग्नि दी।
पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने इस हत्याकांड की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय जांच टीम का गठन कर दिया। डीएसपी रैंक के अधिकारी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच दल गठित किया गया है और इस टीम के कामकाज की निगरानी शाहाबाद प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक अजिताभ कुमार करेंगे।
हालांकि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद और लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने इस हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
उधर, बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अभयानंद ने कहा कि ब्रहमेश्वर मुखिया की शव यात्रा के दौरान उपद्रव करने वालों की पहचान का काम शुरू कर दिया गया है। पटना में आज संवाददाताओं को संबोधित करते हुए अभयानंद ने कहा कि ब्रहमेश्वर मुखिया की शव यात्रा में शामिल उपद्रवियों द्वारा सरकारी एवं गैर सरकारी वाहनों और अन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने वालों की पहचान का काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि शव यात्रा में पूरे बिहार के कई हिस्से से आए लोग शामिल थे और कुछ पटना के भी थे जिनकी पहचान का काम शुरू कर दिया गया है।
First Published: Saturday, June 2, 2012, 21:46