Last Updated: Sunday, June 23, 2013, 18:47
शिमला : हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय उपचुनाव के लिए रविवार को शाम चार बजे तक 48 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान सुबह आठ बजे से ही शुरू हो गया था। धीमी शुरुआत के बाद धीरे-धीरे इसने रफ्तार पकड़नी शुरू की।
एक निर्वाचन अधिकारी ने कहा, "विभिन्न मतदान केंद्रों पर कतार में लगे मतदाताओं को देखते हुए लगता है कि मतदान 55 प्रतिशत से अधिक हो सकता है।"
उन्होंने कहा, "प्रथम एक घंटे में सिर्फ सात फीसदी मतदान हुआ, लेकिन पूर्वाह्न् 11 बजे तक यह 17 फीसदी हो गया और दोपहर एक बजे करीब 25 प्रतिशत दर्ज किया गया।"
उन्होंने कहा कि मतदान सुबह आठ बजे शुरू हो गया और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की गड़बड़ी की वजह से मतदान में देरी की कोई खबर नहीं मिली है।
भूस्खलन प्रभावित किन्नौर जिले में हालांकि मतदान 27 जून को होगा। लेकिन मतगणना एक साथ 30 जून को होगी। किन्नौर जिले का यह क्षेत्र मंडी संसदीय क्षेत्र में पड़ता है।
कुल 11,24,786 मतदाता दो चरणों में हो रहे इस उपचुनाव में चार प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे, जिनमें से दो निर्दलीय उम्मीदवार हैं। मुख्य मुकाबला सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच है।
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा से विधायक जयराम ठाकुर मैदान में हैं।
वीरभद्र सिंह के दिसम्बर 2012 में विधानसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद इस सीट पर चुनाव आवश्यक हो गया था। मुख्यमंत्री और उनके परिवार ने रामपुर में मतदान किया।
निर्वाचन अधिकारियों ने कहा कि वर्ष 2009 के आम चुनाव में मंडी संसदीय क्षेत्र में 61.42 प्रतिशत मतदान हुआ था। उस वक्त राज्य में भाजपा सत्ता में थी।
मंडी संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत कुल्लू तथा मंडी जिले का पूरा क्षेत्र, चम्बा तथा शिमला जिले के कुछ क्षेत्र और जनजाति बहुल किन्नौर, लाहौल तथा स्पीति विधानसभा क्षेत्र आते हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र देश के सबसे बड़े संसदीय क्षेत्रों में से एक है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 23, 2013, 18:47