Last Updated: Monday, November 21, 2011, 15:59
कोलकाता : माओवादियों से मुख्यधारा में लौटने की नई अपील करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि लोकतंत्र में धैर्य रखने की कोई समय सीमा नहीं होती। उन्होंने माओवादियों से हमदर्दी रखने वालों को आगाह करते हुए कहा कि अगर वे नक्सलियों को ‘महिमामंडित’ करते पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
ममता ने राइटर्स बिल्डिंग में कहा, ‘लोकतंत्र में धर्य के लिए कोई समय सीमा नहीं है। आइए हम अच्छे की उम्मीद करें। किसी को भी आस्था नहीं खोनी चाहिए। शांति एक सतत प्रक्रिया है और मैं निश्चित तौर पर इसमें भरोसा रखूंगी।’ तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘मैं चाहूंगी कि माओवादी मित्र मुख्यधारा में लौट आएं और उनमें से कई लौट भी रहे हैं। सरकार उनकी सभी संभव तरीकों से मदद करेगी। मैं फिर उनसे अपील कर रही हूं।’
माओवाद प्रभावित ‘जंगलमहल’ में संयुक्त बलों के अभियानों को तेज करने संबंधी अपने फैसले का बचाव करते हुए ममता ने कहा, ‘हमने शांति के हित में पांच महीने तक अभियान रोके रखा। तृणमूल कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में भी इस बात का जिक्र था। लेकिन आठ से 10 मौतें होने के बाद हमने महसूस किया कि हमारी जिम्मेदारी जनता की सुरक्षा सुनिश्चित कराने की है और मैं अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को नजरअंदाज नहीं कर सकती।’
(एजेंसी)
First Published: Monday, November 21, 2011, 21:32