Last Updated: Monday, September 9, 2013, 16:06
लखनऊ : पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद तनावपूर्ण हालात के बीच सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
सपा सूत्रों के मुताबिक यादव ने अपने आवास पर हुई इस बैठक में अधिकारियों से पूछा कि मुजफ्फरनगर में स्थिति अभी तक काबू में क्यों नहीं की जा सकी है और वहां कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिये क्या कदम उठाए गए हैं। बैठक में मुख्य सचिव जावेद उस्मानी, पुलिस महानिदेशक देवराज नागर तथा गृह विभाग के प्रमुख सचिव आर. एम. श्रीवास्तव ने भी शिरकत की।
राज्यपाल बी. एल. जोशी द्वारा मुजफ्फरनगर की वारदात के बारे में केन्द्र सरकार को रिपोर्ट भेजे जाने के मद्देनजर इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। गौरतलब है कि सपा प्रमुख ने कल भी मुख्यमंत्री, अधिकारियों तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ विधायकों के साथ बैठक करके स्थिति का जायजा लिया था और मुजफ्फरनगर में हालात को जल्द सामान्य करने की सख्त ताकीद की थी।
मुजफ्फरनगर में गत शनिवार रात से दो समुदायों के बीच शुरू हुई हिंसा में अब तक 28 लोग मारे जा चुके हैं। सपा के प्रान्तीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि पार्टी प्रमुख मुजफ्फरनगर की वारदात को लेकर बहुत चिंतित हैं। वह घटना निन्दनीय है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खुद पूरे घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या सम्बन्धित अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों की अनदेखी कर रहे हैं, चौधरी ने कहा कि किसी भी अफसर में इतनी हिम्मत नहीं है कि वह मुख्यमंत्री की नाफरमानी करे।
उन्होंने विपक्ष पर इस मुश्किल घड़ी में अलोकतांत्रिक रवैया अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि अयोध्या चौरासी कोसी परिक्रमा को रोके जाने से विपक्ष के मंसूबे पूरे नहीं हुए और अब वह मुजफ्फरनगर की वारदात पर कुचक्र रच रहा है। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 9, 2013, 16:06