Last Updated: Thursday, August 18, 2011, 09:48

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बुधवार को यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई. हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से नदी के जलस्तर में लगातार इजाफा हो रहा है. मंगलवार को बैराज से दोपहर 2 बजे सबसे अधिक करीब 6.41 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया.
बुधवार दोपहर 1 बजे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 204.83 मीटर को पार कर गया. एक समय रात 8 बजे यमुना का जलस्तर 205.08 मीटर तक पहुंच गया था. बाढ़ के संभावित खतरे से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने व्यापक इंतजाम किए हैं. निचले इलाके के बस्तियों को खाली कराया जा रहा है.
संभावना जताई जा रही है कि गुरुवार को नदी का जलस्तर बढ़कर 206 मीटर तक पहुंच जाएगा. इसके बाद रात में यमुना के जलस्तर में कमी आनी शुरू हो सकती है.
आलम यह रहा कि बैराज से लगातार 6 लाख क्यूसेक से अधिक पानी हर घंटे छोड़ा जा रहा है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गुरुवार रात के बाद ही नदी के स्तर में कुछ कमी हो सकती है. उनका कहना है कि गुरुवार शाम 7 बजे यमुना का स्तर अधिकतम 205.60 मीटर पर पहुंच जाएगा. यह लेवल करीब 5-6 घंटे तक रहेगा, फिर उसके बाद यमुना के स्तर में कमी आने लगेगी.
आयोग ने संभावना जताई थी कि यमुना का स्तर 206 के आसपास पहुंच सकता है, लेकिन उसका कहना है कि बैराज से छोड़ा गया पानी जब राजधानी में पहुंचा, उस समय यमुना का खतरे के निशान से एक मीटर कम था, जबकि पिछले साल लगभग इतना पानी छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर इसलिए अधिक बढ़ गया था, क्योंकि उस वक्त यमुना खतरे के निशान के आसपास बह रही थी.
आयोग ने इस बात पर राहत जताई है कि पहाड़ी इलाकों में बारिश अचानक कम हो गई है, इसलिए संभावना जताई जा रही कि आगामी दिनों में बाढ़ का खतरा शायद न रहे. नदी के लिए 204.83 मीटर को खतरे का निशान चिह्न्ति किया गया है.
First Published: Thursday, August 18, 2011, 15:18