Last Updated: Monday, January 7, 2013, 18:18

लखनऊ: कानून व्यवस्था सहित अन्य मुद्दों पर अखिलेश यादव सरकार पर हमला बोलते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में बलात्कार की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसके अलावा मायावती ने राज्यपाल से यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की। नोएडा रेप केस को लेकर मायावती ने कहा कि नोएडा पुलिस ने केस को दबाने की कोशिश की।
इससे पहले मायावती ने कहा था कि राज्य में सिर्फ अपराध ही नहीं बढ़े हैं बल्कि आजादी के बाद की यह पहली सरकार है जिसमें अब तक सौ छोटे-बड़े दंगे हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी के गुंडे बदमाश आर्थिक भ्रष्टाचार कर रहे हैं, यह लोग वसूली जमीनों पर अवैध कब्जे करने में लगे हैं और सपा सरकार बसपा शासनकाल की निष्पक्ष जांच की आड़ में भी भ्रष्टाचार कर रही है। मायावती ने कहा कि मौजूदा सरकार शासन व्यवस्था संभालने में पूरी तरह नाकाम रही है और लचर व्यवस्था से जनता का ध्यान हटाने के लिए ओबीसी को छात्रवृत्ति देने की घोषणा कर रही है, जबकि ओबीसी की ही क्रीमीलेयर की सीमा घटाकर दो लाख रुपये कर दी गयी है, जबकि उन्होंने अपने शासन काल में इसे पांच लाख रुपये किया था। दिल्ली के बलात्कार कांड का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इसके बहाने विभिन्न संगठन और नेता तरह तरह की बयानबाजी कर मामले की गंभीरता को हल्का करने की कोशिश कर रहे हैं।
बलात्कार की बढ़ती घटनाओं और महिला उत्पीड़न को रोकने के लिए सख्त कानून बनाये जाने पर जोर देते हुए मायावती ने कहा कि फिल्म और विज्ञापन में बदलाव के साथ साथ समाज की कमियों को भी दूर करने की सख्त जरुरत है। उत्तर प्रदेश विधानसभा के 125 वर्ष पूरे होने पर यहां चल रहे समारोह में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर मायावती ने कहा कि यह आयोजन सरकारी कम राजनैतिक ज्यादा है इसलिए मेरे जैसे लोगों का ऐसे कार्यक्रम में शामिल होना उचित नहीं। एफडीआई के मामले में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस नीति को राज्यों पर जबरन नहीं थोप रही है और स्पष्ट किया कि हमारी पार्टी उत्तर प्रदेश में एफडीआई को लागू नहीं होने देगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 7, 2013, 13:02