Last Updated: Tuesday, March 20, 2012, 03:30
बेंगलुरु : कर्नाटक में भाजपा में घमासान तेज हो गया है और सत्तारुढ़ भाजपा के लिए संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को ताजा घटनाक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने दिल्ली जाकर आलाकमान से मिलने से इनकार कर दिया है।
मालूम हो कि सत्तारुढ़ भाजपा के 120 में से 67 विधायकों ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने फिर से मुख्यमंत्री बनाए जाने का दबाव डाला है। येदियुरप्पा की मांग है कि राज्य का बजट पेश होने के बाद पार्टी हाईकमान बेंगलुरु आकर उनसे बात करे। इस बीच कर्नाटक के कानून मंत्री के अनुसार, मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा बुधवार को विधानसभा में बजट पेश करेंगे। येदियुरप्पा की खुद को 48 घंटे में सीएम बनाने की समयसीमा मंगलवार को समाप्त हो रही है। भाजपा को अब इसका जवाब देना है।
येदियुरप्पा ने नई पार्टी बनाने की भी धमकी दे दी है। उनका दावा है कि उन्हें भाजपा के 120 विधायकों में आधे से अधिक का समर्थन हासिल है। येदियुरप्पा का कहना है कि अवैध खनन मामले में उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को हाईकोर्ट खारिज कर चुका है इसलिए अब पार्टी नेतृत्व द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के किए गए वादे को पूरा करना चाहिए।
राज्य के जल संसाधन मंत्री बासवराज बोम्मई ने संवाददाताओं से कहा, 'हमने दिल्ली में मौजूद अपने नेताओं को 67 विधायकों के हस्ताक्षर युक्त पत्र भेजा है जिसमें येदियुरप्पा को नेता चुनने के लिए पार्टी विधायक दल की बैठक शीघ्र बुलाने की मांग की गई है।' येदियुरप्पा द्वारा रविवार को किए गए दावे से इन विधायकों की संख्या तीन कम है। येदियुरप्पा ने वर्तमान मुख्यमंत्री डी. वी. सदानंद गौड़ा को हटाकर उनकी जगह को खुद को बहाल करने के लिए 48 घंटे का समय दिया था। सम्बंधित घटनाक्रम में, राज्य से 10 भाजपा सांसद दिल्ली में पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज से मिले और येदियुरप्पा की मुख्यमंत्री पद पर फिर से बहाली की मांग की।
ज्ञात हो कि भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर पिछले साल 31 जुलाई को येदियुरप्पा को पद छोड़ना पड़ा था। भाजपा के सूत्रों ने यहां बताया कि सुषमा ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा फैसला केवल सामूहिक रूप से लिया जा सकता है। उन्होंने सांसदों को याद दिलाया कि लोकायुक्त द्वारा अवैध खनन मामले में संलिप्तता का संकेत दिए जाने पर येदियुरप्पा से इस्तीफा मांगा गया था। पार्टी के विधायकों को इस पर गौर करना चाहिए।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 21, 2012, 11:17