Last Updated: Saturday, September 1, 2012, 18:36
पटना : बिहारियों को ‘घुसपैठिया’ कहने और मुंबई छोड़ने के लिए मजबूर करने के महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे के बयान पर बिहार में राजनीतिक माहौल गरमा गया है और विभिन्न दलों ने वक्तव्य की निंदा की है। बिहार के प्रमुख राजनीतिक पार्टियों सत्तारुढ़ भाजपा, जदयू, विपक्षी दल राजद, कांग्रेस और राकांपा ने राज ठाकरे के बयान की निंदा की है।
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने केंद्र से राज ठाकरे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की और मनसे के बयान की निंदा की। भाजपा की ओर से मंत्री गिरिराज सिंह ने राज ठाकरे के बयान को देशद्रोह की तरह बताते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। राजद के महासचिव रामकृपाल यादव ने भी मनसे नेता के बयान की है, जबकि कांग्रेस ने इसे संवैधानिक ढांचे पर हमला बताया।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष महबूब अली कैसर ने संवाददाताओं से कहा कि राज ठाकरे का बयान संविधान की भावना के प्रतिकूल है। ठाकरे पर कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं, महाराष्ट्र के सत्तारुढ़ गठबंधन के घटक दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता तारिक अनवर ने कहा कि मुंबई में मेहनतकश बिहारी रहते हैं। वह घोर क्षेत्रवाद की राजनीति कर रहे हैं। बिहारियों ने मुंबई के पुनर्निर्माण में योगदान किया है।
लोकजनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान ने कहा कि राज ठाकरे ‘गीदड़ भभकी’ दे रहे हैं। इससे मुंबई में रह रहे बिहारियों और गैर मराठियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से इस प्रकार के नफरतपूर्ण बयान फैलाने वाले एवं भडकाउ बयान देने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 1, 2012, 18:35