Last Updated: Saturday, July 13, 2013, 09:27

अहमदाबाद : पाकिस्तान के सरगोदा के रहने वाले अमजद अली राणा ने पूछताछ में बताया था कि वह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या करने नहीं बल्कि नगर में सार्वजनिक स्थलों पर हमले करने आया था। यह जानकारी पुलिस के एक अधिकारी ने सीबीआई को दी। राणा 2004 में इशरत जहां तथा दो अन्य के साथ फर्जी मुठभेड़ में मारा गया था।
पुलिस निरीक्षक भरत पटेल ने सीबीआई को गवाही में बताया, अमजद अली राणा का उद्देश्य मुख्यमंत्री की हत्या करना नहीं बल्कि नगर की कुछ सार्वजनिक जगहों पर विस्फोट करना था जहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हों। बयान में बताया गया, अप्रैल 2004 के अंतिम हफ्ते में (निलंबित आईपीएस अधिकारी) जी. एल. सिंघल ने मुझे बताया था कि अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर निगरानी बनाए रखें क्योंकि लश्कर ए तैयबा के कुछ सदस्य आ रहे हैं। निरीक्षण तरूण बरोट और आर. आई. पटेल भी वहां थे।
इसमें बताया गया, मैं और सिंघल ने संदिग्ध (राणा) को देखा कि वह दोपहिया वाहन से अशद (सिंघल के सूत्र) के साथ जा रहा है। अशद का परिचय राजिंदर कुमार (आईबी के वरिष्ठ अधिकारी0 से डी. जी. वंजारा (आईपीएस अधिकारी) ने कराया था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 13, 2013, 09:27