Last Updated: Friday, April 20, 2012, 12:49
नागपुर : विदर्भ क्षेत्र में कर्ज से दबे तीन कपास किसानों ने गुरुवार को आत्महत्या कर ली। यह जानकारी एक सामाजिक कार्यकर्ता ने शुक्रवार को दी है। विदर्भ जन आंदोलन समिति के किशोर तिवारी ने कहा कि वाशिम जिले में गरम महसाल निवासी गजानन थोरात, यवतमाल जिले के वाडनेर की कमलाबाई चव्हाण और कोथोडा के गजानन घोटेकर ने आत्महत्या कर ली है।
तिवारी ने कहा कि किसानों ने इसलिए आत्महत्या की, क्योंकि निर्यात पर प्रतिबंधों के कारण कपास की कीमतें अचानक नीचे आ गईं, और इसलिए भी क्योंकि सरकार की ओर से उन्हें कोई आर्थिक सहायता नहीं मिली। तिवारी ने कहा कि एक किसान घोटेकर ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है, 'कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को वोट मत दीजिए.. दोनों दल इस देश को चौपट कर देंगे।'
तिवारी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने पिछले दिसम्बर में कपास किसानों के लिए 2,000 करोड़ रुपये के एक राहत पैकेज की घोषणा की थी। लेकिन अभी तक संकटग्रस्त किसानों को एक भी पैसे का भुगतान नहीं हुआ और वे लगातार कर्ज के बोझ से दबे जा रहे हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, April 20, 2012, 18:20