विशेष राज्य का दर्जा: नीतीश के फॉर्मूले को बीजद ने किया खारिज

विशेष राज्य का दर्जा: नीतीश के फॉर्मूले को बीजद ने किया खारिज

विशेष राज्य का दर्जा: नीतीश के फॉर्मूले को बीजद ने किया खारिजभुवनेश्वर : पिछड़ेपन के कारण विशेष राज्य के दर्जे पर ओडिशा का सही अधिकार होने का दावा करते हुए सत्तारूढ़ बीजद विधायकों ने उस दर्जे को हासिल करने के लिए शर्त रखने के बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फार्मूले का कथित रूप से उपहास उड़ाया।

बीजद उपाध्यक्ष प्रफुल्ल गदाई ने कहा, ‘‘हम विशेष राज्य का दर्जा हासिल करने के लिए स्वाभिमान को नहीं बेचेंगे या उसका मोलभाव नहीं करेंगे। हम दर्जे की मांग करने को लेकर केंद्र के खिलाफ बगावत करने से नहीं हिचकेंगे।’’ विधानसभा में शून्यकाल के दौरान गदाई ने कहा, ‘‘हम विशेष राज्य का दर्जा हासिल करने के लिए नीतीश कुमार की तरह शर्त नहीं रख सकते। हम अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे।’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पिछले 13 वषरें से इसकी मांग कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पटनायक ने इस मुद्दे को राष्ट्रीय विकास परिषद और योजना आयोग समेत विभिन्न मंचों पर उठाया था। विशेष राज्य की श्रेणी में राज्यों को डालने के लिए मानदंडों में बदलाव के केंद्र के प्रस्ताव पर गदाई ने कहा, ‘‘हम इस बात की जांच करेंगे कि वे क्या परिवर्तन कर रहे हैं। ओडिशा विशेष राज्य का दर्जा पाने के लिए सभी मानदंडों को पूरा करता है। सिर्फ उससे कोई अंतरराष्ट्रीय सीमा नहीं लगी है।’’

नीतीश कुमार की कल दिल्ली में हुई ‘अधिकार’ रैली का मुद्दा कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य एस एस सलूजा ने उठाया। उन्होंने कहा कि अगर ओडिशा को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर बीजद ने भी दिल्ली में इसी तरह की रैली की तो उनकी पार्टी समर्थन देगी। सलूजा ने कहा, ‘‘दिल्ली में स्वाभिमान रैली करें। अगर विशेष राज्य के दर्जे की मांग की गई तो पार्टी लाइन से उपर उठकर नेता सरकार का समर्थन करेंगे।’’ उनके सुझाव को बीजद के अनेक विधायकों ने खारिज कर दिया। उन्होंने इस मुद्दे पर कांग्रेस की चुप्पी पर सवाल खड़े किए। बीजद सदस्य प्रशांत नंदा ने पूछा, ‘‘विशेष राज्य के दर्जे की मांग बीजद के घोषणापत्र में शामिल है। लेकिन कांग्रेस ने क्या किया है।’’ (एजेंसी)

First Published: Monday, March 18, 2013, 23:52

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