शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाएंगीं ममता - Zee News हिंदी

शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाएंगीं ममता

 




ज़ी न्यूज ब्यूरो\एजेंसी

 

कोलकाता\ दिल्ली : कांग्रेस को असमंजस में रखते हुए ममता बनर्जी ने पंजाब और लखनउ में शपथ ग्रहण समारोहों से खुद को तो दूर रखने का निर्णय किया लेकिन वह अपने प्रतिनिधित्व के लिए तृणमूल कांग्रेस के दो नेताओं को वहां भेजेंगी।

 

तृणमूल कांग्रेस के नेता और राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, मैंने ममता दी से बात की। वह चंडीगढ़ और लखनऊ जाना चाहती थीं लेकिन पश्चिम बंगाल विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के लिए वह यहीं रहेंगी। उन्होंने पश्चिम बंगाल के पर्यटन मंत्री रच्छपाल सिंह को पंजाब और केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री सुल्तान अहमद को उत्तरप्रदेश में प्रतिनिधित्व करने के लिए कहा है।

 

ममता ने शनिवार को कहा था कि वह 14 मार्च को पंजाब में प्रकाश सिंह बादल और अगले दिन उत्तरप्रदेश में अखिलेश यादव के शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहने की कोशिश करेंगी। तृणमूल कांग्रेस ने कुछ मुद्दों पर गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों का साथ दिया है जिससे कांग्रेस की परेशानी बढ़ी है। ममता को बादल और अखिलेश के शपथ ग्रहण समारोह में विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था।

 

समारोहों में उनकी उपस्थिति को लेकर नाखुशी जाहिर करते हुए कांग्रेस ने कहा कि राजग के सहयोगियों के साथ सामान्य सीमा से ज्यादा सामाजिक सौहार्द्रता अनैतिक होगी और उन्हें गठबंधन धर्म की लक्ष्मण रेखा को पार नहीं करना चाहिए।

 

पार्टी प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने दिल्ली में कहा, गठबंधन में शामिल लोगों का अन्य लोगों से सामाजिक मेल मिलाप स्वीकार्य है लेकिन चीजें अगर सामाजिक सौहार्द्रता की सामान्य सीमा से बाहर हो जाएं तो यह अनैतिक है। सिंघवी की चेतावनी पर ब्रायन ने टिप्पणी नहीं की। बाद में सिंघवी ने अपनी पहले की टिप्पणी को तवज्जो नहीं दी।

 

उन्होंने कहा, मैं नहीं समझता कि उनके जाने या न जाने को इस तरीके से खबर क्यों बनाई जानी चाहिए। ये सामाजिक सौहार्द्र हैं जो राजनीति में अक्सर होता है। केंद्रीय मंत्री वी. नारायणसामी ने कहा, ममता बनर्जी हमारी सहयोगी हैं और जब भी भावी मुख्यमंत्री निमंत्रण देते हैं तो हमारे राजनीतिक सहयोगी जाते हैं और समारोह में शामिल होते हैं, यह बड़ा मुद्दा नहीं है। हम इसे मुद्दा नहीं मानते जो काफी गंभीर प्रकृति का हो। उन्होंने कहा, विभिन्न मुद्दों पर हम अपने गठबंधन के सहयोगी नेताओं के नीति निर्णय में हस्तक्षेप नहीं करेंगे। यह निर्णय उन्हें करना है।

 

बादल की पार्टी शिरोमणि अकाली दल भाजपा नेतृत्व वाले राजग की सहयोगी है जबकि समाजवादी पार्टी केंद्र में कांग्रेस को बाहर से समर्थन देती है। संसद के बजट सत्र से पहले सिंघवी की टिप्पणी महत्वपूर्ण थी।
तृणमूल कांग्रेस ने पेट्रोल मूल्यों में वृद्धि, खुदरा क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश और एनसीटीसी का विरोध कर सरकार को बैकफुट पर ला दिया था।

 

क्षेत्रीय नेता ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने पर सरकार के खिलाफ ममता के सुर में सुर मिलाया। यह ऐसे वक्त में आया जब कुछ क्षेत्रीय नेता चौथे मोर्चे की संभावना जता रहे हैं।

 

बहरहाल कोलकाता में अहमद ने कहा, चूंकि वह पश्चिम बंगाल विधानसभा के बजट सत्र में व्यस्त होंगी इसलिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लखनऊ में अखिलेश के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए मुझे निर्देश दिया है। रछपाल ने भी पुष्टि की कि वह और राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के सदस्य के. डी. सिंह बादल के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे।

 

First Published: Monday, March 12, 2012, 12:33

comments powered by Disqus