Last Updated: Tuesday, December 4, 2012, 10:33
मुम्बई : शिवसेना `प्रमुख` की सभी शक्तियां पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को सौंपे जाने के बाद मंगलवार को उन्हें नई जिम्मेदारी दी गई। अब शिवसेना के मुखपत्रों- `सामना` और `दोपहर का सामना` के सम्पादक भी उद्धव ही होंगे।
इससे पहले यह जिम्मेदारी शिवसेना संरक्षक और उद्धव के पिता दिवंगत बाल ठाकरे के पास थी। 17 नवंबर को अपनी मौत से पहले तक वह इन समाचार-पत्रों के सम्पादक थे। सोमवार तक उनका नाम समाचार पत्र के पहले पन्ने पर नीचे सम्पादक के रूप में गया, लेकिन अब उनका नाम इन समाचार-पत्रों के `संस्थापक सम्पादक` के रूप में जा रहा है।
शिवसेना के मुखपत्रों के सम्पादक के रूप में उद्धव का नाम समाचार पत्रों के आखिरी पृष्ठों पर होगा। इसकी वजह यह है कि उद्धव ने स्वयं ही यह इच्छा जताई।
मराठी लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए ठाकरे ने 23 जनवरी, 1988 को मराठी में `सामना` शुरू किया था, जबकि हिन्दी भाषियों को लुभाने के लिए उन्होंने 23 फरवरी, 1988 को हिन्दी में `दोपहर का सामना` शुरू किया था।
ठाकरे के निधन पर शोक जताते हुए उनके सम्मान में सामचार-पत्रों के 18 और 19 नवंबर के अंकों के पहले पृष्ठ काले रंग में प्रकाशित हुए थे। दोनों समाचार-पत्रों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 4, 2012, 10:33