Last Updated: Sunday, January 15, 2012, 15:41
इलाहाबाद/वाराणसी : मकर संक्रांति पर उत्तर प्रदेश में रविवार को लाखों लोगों ने पवित्र नदियों में डुबकी लगाने के बाद पूजा-अर्चना की और दान किया। इलाहाबाद में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम तट पर पवित्र स्नान के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब देखा गया। करीब 12 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया। संगम तट पर तड़के चार बजे से ही श्रद्धालु पहुंचने शुरू हो गए थे। 'जय गंगा मैया' के नारे लगाते हुए भक्त डुबकी लगाने के बाद मंदिरों में गए और पूजा-पाठ करके दान-पुण्य किया।
हिंदू मान्यता के अनुसार मकर संक्रांति के दिन पवित्र संगम में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसलिए रविवार के दिन संगम स्नान बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
संगम तट पर बीते शनिवार से विश्व प्रसिद्ध माघ मेला भी शुरू हो चुका है। मेला प्रभारी अवधेश सिंह ने बताया कि तड़के से ही विभिन्न घाटों पर डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का रेला लगना शुरू हो गया था। सूरज डूबने तक करीब 12 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया।
मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए। इलाहाबाद परिक्षेत्र के पुलिस उप-महानिरीक्षक प्रकाश डी. ने संवाददाताओं से कहा, माघ मेला क्षेत्र और घाटों पर जिला पुलिस के अलावा प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी), आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस), त्वरित कार्य बल (आरएएफ) और बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) की तैनाती की थी।
प्रकाश ने कहा कि पुलिस प्रशासन की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था के बीच मकर संक्रांति का स्नान पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से निपट गया। उधर, धर्म नगरी वाराणसी के दशाश्वमेध सहित विभिन्न घाटों पर सुबह से शाम तक भक्तों की भारी भीड़ दिखी। गंगा स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने घाटों पर स्थित मंदिरों में पूजा-अर्चना की।
गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पर खिचड़ी चढ़ाने की परम्परा है। मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं का तांता देखा गया। प्रदेश के दूसरे शहरों में भी मकर संक्रांति पर लोग यमुना, गोमती, सई, रामगंगा सहित अन्य नदियों में डुबकी लगाकर मंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 15, 2012, 21:11