Last Updated: Wednesday, May 1, 2013, 18:31
नई दिल्ली : सिख विरोधी दंगे से जुड़े एक मामले में दिल्ली की अदालत द्वारा कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को मंगलवार को बरी किए जाने से नाराज सिखों ने बुधवार को दिल्ली मेट्रो की रफ्तार रोक दी। प्रदर्शनकारी मेट्रो रेल के ट्रैक पर उतर गए, जिसके कारण मेट्रो का परिचालन बाधित हुआ और दो मेट्रो स्टेशन बंद करने पड़े। हालांकि कुछ देर बाद दोनों स्टेशन खोल दिए गए।
दिल्ली मेट्रो के एक अधिकारी ने कहा, `प्रदर्शनकारी दोपहर 12.45 बजे स्टेशन परिसर में जबरन दाखिल हो गए और ट्रैक पर उतर गए, जिसके कारण एक रेलगाड़ी का परिचालन 10 मिनट के लिए रोक दिया गया। दोनों रेलवे स्टेशनों के प्रवेश द्वार बंद कर दिए। लेकिन दोपहर करीब तीन बजे दोनों स्टेशन आम लोगों के लिए खोल दिए गए।`
प्रदर्शनकारियों का गुस्सा 31 अक्टूबर, 1984 को देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सिखों के खिलाफ भड़के दंगे के दौरान दिल्ली कैंट इलाके में पांच लोगों की हत्या के मामले में दिल्ली की एक अदालत द्वारा मंगलवार को कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को बरी किए जाने को लेकर था।
प्रदर्शनकारी सज्जन कुमार को बरी किए जाने के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। उनके हाथों में `1984 के दंगा पीड़ितों को न्याय दो` और `सिखों का नरसंहार करने वालों को फांसी पर लटकाओ` जैसे नारे लिखी तख्तियां थीं। मेट्रो को सुरक्षा मुहैया कराने वाले सीआईएसएफ के प्रवक्ता हेमेंद्र सिंह ने कहा, `60 से अधिक प्रदर्शनकारी सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन परिसर के भीतर जबरन घुस गए। सीआईएसएफ के चंद सुरक्षाकर्मी उन्हें रोकने में नाकाम रहे। रेलगाड़ी के परिचालन में कुछ मिनट की देरी हुई।`
उन्होंने बताया, `तिलक नगर मेट्रो स्टेशन पर यही स्थिति देखने को मिली, लेकिन वहां कोई रेलगाड़ी नहीं रोकी गई। हमने ट्रैक को प्रदर्शनकारियों से खाली कराया। दोनों स्टेशनों के प्रवेश द्वार दो घंटे के लिए बंद कर दिए गए।` सिंह ने कहा, `स्थिति नियंत्रण में है। हमने अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की है। किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। प्रदर्शनकारियों में कुछ हालांकि अब भी स्टेशनों के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।` (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 1, 2013, 18:31