Last Updated: Saturday, December 22, 2012, 22:35
नई दिल्ली : पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह ने कहा कि एक चलती बस में छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना ‘‘प्रशासन के पूरी तरह ध्वस्त’’ होने का परिचायक है। उन्होंने कहा, सिर्फ कानून और सजा के द्वारा ही इस तरह के अपराध को रोका जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस बल राजधानी में अति विशिष्ट लोगों की ‘‘सुरक्षा एजेंसी से अधिक कुछ नहीं है।
सिंह ने कहा कि व्यवस्था ‘‘पूरी तरह बेनकाब’’ हो चुकी है क्योंकि न केवल उस बस में सवार एक बेटी इस व्यवस्था के रहम पर थी बल्कि सैंकड़ों अन्य बेटियों पर भी हमलावरों की ओर से इस प्रकार का खतरा मंडरा रहा है क्योंकि व्यवस्था कोई भी कार्रवाई नहीं कर पा रही है और यह ‘‘नपुंसकता बढ़ रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ बेधड़क शहर में घूमती एक बस में 23 वर्षीय छात्रा के साथ जघन्य सामहिक बलात्कार और नृशंस हमला इस बात का संकेत है कि प्रशासन पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है । यह घटना तो पूरी व्यवस्था को झकझोरने वाली होनी चाहिए।’’
सिंह ने एक बयान में कहा, ‘‘ मैं इस बहादुर लड़की के जिंदा रहने की प्रार्थना करता हूं और मेरी संवेदनाएं उसके परिवार के साथ हैं। हम इसे जेसिका लाल मामले की तरह नहीं छोड़ सकते। उस मामले में यदि उसके परिवार का प्रयास नहीं रहता तो उसके हत्यारे फिर से खुलेआम घूमते। व्यवस्था को सबसे बड़ी चेतावनी मिल चुकी है। हमें जागना होगा , इससे पहले कि बहुत देर हो जाए।’’ उन्होंने इस बात पर जोर देकर कहा कि सुरक्षा मुहैया कराना हर सरकार की हलफिया ड्यूटी है , खासतौर से पुलिस और न्यायपालिका की। उन्होंने कहा लेकिन इसके बजाय ‘‘हम ऐसी स्थिति में हैं जहां लगभग हर रोज प्रशासन के हर संस्थान का क्षरण हो रहा है।’’
प्रदर्शन के दौरान घायल एक लड़की को अस्पताल पहुंचाया गया है। उल्लेखनीय है कि प्रदर्शनकारी युवाओं ने आज सुबह इंडिया गेट पर एकत्रित होकर राजपथ के रास्ते रायसीना हिल्स की ओर कूच कर दिया था। युवा प्रदर्शनकारियों ने राजपथा का सुरक्षा घेरा तोड़ दिया और किसी प्रकार से रायसीना हिल्स पर पहुंचने में कामयाब हो गये। हालांकि उन्हें यहां पर रोक दिया गया।
उल्लेखनीय है कि कल भी राजधानी में अनेक प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन के सामने प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों के साथ शामिल पूर्व सेना प्रमुख वी के सिंह ने कहा, ‘‘आप देख रहे हैं कि प्रशासनिक प्रणाली विफल हो जाने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुयी है। पुलिस सुधार की योजना कई साल से ठंडे बस्ते में पड़ी है। उन्होंने इसके लिए क्यों कुछ भी नहीं किया.? हम पुलिस आयुक्त को यह कहते हुये क्यों सुनते हैं कि उनके पास कर्मचारियों की कमी है। यह बहुत शर्मनाक है। पूर्व सेना अध्यक्ष ने कहा, ‘‘यह उनकी विफलता है। यह समस्या इसलिए उत्पन्न हुयी है क्योंकि इस देश में राजनीतिक और प्रशासनिक उदासीनता है।
रायसीना हिल्स पर बातचीत असफल होने के बाद बड़ी संख्या में युवाओं ने अवरोधों को हटाकर राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ना शुरू किया जिसके बाद पुलिस हरकत में आयी। पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है और त्वरित कार्य बल के जवानों को वहां तैनात किया गया है।
प्रदर्शन कर रही लड़कियों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें लाठी से मारा है। डन्होंने वहां पर धरना देने का निर्णय लिया है। रायसीना हिल्स में जमा प्रदर्शनकारियों ने वहां से हटने से इंकार कर दिया है। इस घटनाक्रम में घायल एक लड़की को अस्पताल ले जाया गया।
प्रदर्शनकारियों के साथ शामिल पूर्व सेना प्रमुख वी के सिंह ने कहा, आप देख रहे हैं कि प्रशासनिक प्रणाली विफल हो जाने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुयी है। पुलिस सुधार की योजना कई साल से ठंडे बस्ते में पड़ी है। उन्होंने इसके लिए क्यों कुछ भी नहीं किया.? हम पुलिस आयुक्त को यह कहते हुये क्यों सुनते हैं कि उनके पास कर्मचारियों की कमी है..। यह बहुत शर्मनाक है। सिंह ने सवाल किया, ‘‘क्यों आपको टीवी पर यह दृश्य क्यों देखना पड़ता है जिसमें गृह मंत्रालय के अधिकारी को चीजों की जांच के लिए सड़कों पर जाना पड़ता है? क्या यह विफलता नहीं है? इसे दूर करने की जरूरत है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, December 22, 2012, 22:35