Last Updated: Monday, April 29, 2013, 23:10
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली: हिन्दी सिनेमा तीन मई 2013 को 100 वर्ष का होने जा रहा है। इसलिए हिन्दी फिल्मों से हर प्रशंसकों में गजब का उत्साह है। हालांकि कुछ लोग `बाम्बे टॉकिज` के निर्माताओं से दुखी हो गए हैं। हिन्दी सिनेमा के शताब्दी साल मानने के लिए `अपना बाम्बे टॉकिज` गाने की स्क्रीनिंग में बॉलीवुड के 20 नामचीन कलाकार ने हिस्सा लिया। इस गाने पर आयोजित समारोह को लेकर सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है। लोग गुस्से में क्यों हैं? जिसने बॉलीवुड को बनाया उन्हें क्यों नजरअंदाज किया गया? भले इस गाने का मुंबई में विश्व प्रीमियर हुआ हो और इसके चारों डायरेक्टरों ने बहुत प्रशंसा बटोरी हो लेकिन यह समारोह लोगों में अच्छी राय बनाने में विफल रहा है।
फिल्म निर्माताओं ने शताब्दी वर्ष मनाने के लिए जूही चावला, आमिर खान, शाहरुख खान, माधुरी दीक्षित, अक्षय कुमार, विद्या बालन, रानी मुखर्जी, सैफ अली खान, करीना कपूर, श्रीदेवी, रणबीर कपूर, करिश्मा कपूर, दीपिका पादुकोण, अनिल कपूर, इमरान खान, शाहिद कपूर, सोनम कपूर, प्रियंका चोपड़ा और रणवीर सिंह को बुलाया। लेकिन हिंदी सिनेमा के प्रतिष्ठित दिग्गज जैसे दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन, सलमान खान, देओल, जितेंद्र, रितिक रोशन, अजय देवगन और काजोल को भूल गया गया। इन महान कलाकारों ने अपने जमाने में बहुत ही हिट फिल्में दी हैं उनकी अनुपस्थिति हिंदी सिनेमा के शताब्दी समारोह में फिल्मों के फैंस को नगवार गुजरा। लोगों ने फिल्म निर्माताओं की काफी आलोचना की।
First Published: Monday, April 29, 2013, 23:10