Last Updated: Tuesday, September 18, 2012, 18:11
ज़ी न्यूज ब्यूरोमुम्बई : बॉलीवुड में खिलाड़ी नाम से मशहूर अभिनेता अक्षय कुमार अपनी नई फिल्म ‘ओ माय गॉड’ को लेकर काफी उत्साहित हैं। अक्षय ने कहा है कि उनकी यह फिल्म जो सर्वशक्तिमान के बारे में है, उसने ईश्वर के प्रति उनका नजरिया बदल दिया है।
अक्षय ने कहा, ‘ओएमजी’ की शूटिंग पूरी करने के बाद मुझे यह विश्वास हो गया कि धर्म और विश्वास दो अलग-अलग चीजें हैं। अभिनेता ने कहा, मैं ज्ञान की तलाश में मंदिरों, गिरिजाघरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों और गुफाओं में गया। इन स्थानों पर प्रार्थना करने आए लोगों से मैं घिर गया था। मैंने ऐसे समय में खुद का पवित्र महसूस किया।
यह पूछे जाने पर कि अक्षय के लिए ईश्वर क्या है। अक्षय ने कहा, भगवान यदि सर्वव्यापी है तो धार्मिक स्थानों की यात्रा यह सोचकर करना कि वह आपकी श्रद्धा और समर्पण को ज्यादा समझेगा, मुझे यह बात समझ में नहीं आती। ऐसे स्थानों की यात्रा में लाखों रुपए खर्च करने की क्या जरूरत है।
अभिनेता ने कहा, जब मैं असहाय बच्चों को भोजन करा सकता हूं तो हमें ईश्वर की पूजा के लिए पैसे क्यों खर्च करना चाहिए ? अक्षय ने कहा कि मंदिर का मतलब समझिए। ‘मन’ का अर्थ है हृदय, और ‘अंदर’ मतलब भीतर। ईश्वर मेरे भीतर है, मेरा मंदिर वही है जहां मेरा हृदय है।
अक्षय से यह पूछे जाने पर कि क्या वह यह शिक्षा अपने पुत्र आरव को देंगे। उन्होंने कहा, मैं कोई उपदेशक नहीं हूं। जहां तक आरव की बात है तो ईश्वर, धर्म की बातें वह खुद ही सीख जाएगा।
First Published: Tuesday, September 18, 2012, 18:11