Last Updated: Sunday, October 21, 2012, 20:40

मुंबई : प्रसिद्ध फिल्म निर्माता निर्देशक यश चोपड़ा ने रविवार को मुंबई के लीलावती अस्पताल में दुनिया को अलविदा कह दिया। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार रोमांटिक फिल्मों के पर्याय 80 वर्षीय यश चोपड़ा को 27 सितंबर को डेंगू संक्रमण की शिकायत के चलते लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अपने पांच दशकों के करियर में बॉलीवुड को ‘त्रिशूल’, ‘दीवार’, ‘सिलसिला’, ‘चांदनी’, ‘कभी कभी’, ‘वीर ज़ारा’ और ‘दिल तो पागल है’ जैसी सुपरहिट फिल्में देने वाले यश ने पिछले महीने ही अपना जन्म दिन मनाया था।
उस समय उन्होंने घोषणा की थी कि आने वाली फिल्म ‘जब तक है जान’ उनकी आखिरी फिल्म होगी।
लीलावती अस्पताल के प्रवक्ता ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से यश चोपड़ा आईसीयू में थे। 1932 में लाहौर में जन्मे यश राज चोपड़ा के परिवार में उनकी पत्नी पमेला, दो बेटे आदित्य और उदय चोपड़ा हैं।
उन्होंने अपने बड़े भाई बी.आर. चोपड़ा के साथ बतौर सहायक निर्देशक काम कर कैमरे के पीछे का ककहरा सीखा। इसके बाद 1959 में उन्होंने अपनी पहली फिल्म ‘धूल का फूल’ बनायी। 50 और 60 के दशक में चोपड़ा बंधुओं ने मिलकर कई फिल्में बनायीं।
यश चोपड़ा की पहली सफल फिल्म ‘वक्त’ (1965) को माना जाता है जो एक पारिवारिक ड्रामा थी। 1973 में उन्होंने अपनी कंपनी ‘यश राज फिल्म्स’ की स्थापना की। हालांकि चोपड़ा ने 50 के दशक में अपना करियर शुरू किया था पर उन्होंने हमेशा दर्शकों की नब्ज को पहचाना और हर दशक में ब्लॉकबस्टर फिल्में बनाते रहे।
शुरुआत में उन्होंने ‘त्रिशूल’ और ‘दीवार’ जैसे फिल्मों के जरिये पर्दे पर ‘एंग्री यंग मैन’ के किरदार को रचा पर बाद में वह ‘रोमांस’ के साथ जुड़ गए।
फिल्म निर्माता सुभाष घई ने कहा, यश इस इंडस्ट्री के गुरु थे। वह हमेशा ऊर्जावान रहते थे। उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। साथ ही निर्माता निर्देशक महेश भट्ट ने कहा कि यह खबर दिल को झकझोर कर रख देने वाली है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 21, 2012, 20:31