Last Updated: Tuesday, September 11, 2012, 16:08
वैश्विक आर्थिक सुस्ती और नीतिगत मोर्चे पर जड़ता के बीच अक्तूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान अधिकांश भारतीय नियोक्ता कर्मचारियों की संख्या मौजूदा स्तर पर ही बनाए रखने के पक्ष में हैं। इससे अगामी तिमाही में रोजगार मोर्च पर नरमी बने रहने का अनुमान है।