Last Updated: Friday, October 18, 2013, 16:12
श्रीलंका में अगले महीने होने वाले राष्ट्रमंडल देशों के सम्मेलन से पहले लॉर्ड स्वराज पॉल ने कहा कि राष्ट्रमंडल देशों को अपने राजनयिक प्रयासों में और अधिक मुखर होना चाहिए और खुद को हाशिए पर पहुंचने से बचाने के लिए इसमें बदलाव अनुकूलन और प्रगति की आवश्यकता है।