Last Updated: Sunday, February 19, 2012, 09:12
दुनियाभर की कई भाषाओं के विलुप्तप्राय होने की कगार पर पहुंचने के बीच भाषाविदों का मानना है कि सोशल मीडिया वेबसाइटें फेसबुक, ट्विटर और इंटरनेट भारत की संकटग्रस्त भाषाओं को विलुप्त होने से बचाने में मदद कर सकती हैं।