Last Updated: Saturday, February 23, 2013, 20:42
आर्थिक प्रतिबंधों के परिणाम, चुनाव में बेहतर प्रदर्शन की आशा और स्वयं को भारत की आर्थिक क्रांति के जनक के रूप में पहचान बनाने की इच्छा ने शायद तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिंह राव को 1995-96 के शीत ऋृतु में परमाणु परीक्षण करने से रोका।