Last Updated: Sunday, January 5, 2014, 10:14
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष ने शनिवार को कहा कि रविवार को होने वाले जीएसएलवी-डी5 प्रक्षेपण यान का परीक्षण यदि सफल रहता है तो न सिर्फ यह स्वदेश निर्मित क्रायोजेनिक इंजन की सफलता होगी बल्कि इससे अंतरिक्ष अनुसंधान में भारी बचत भी होगा।