Last Updated: Monday, July 23, 2012, 17:38
लगभग 98 साल की उम्र में भी कैप्टन लक्ष्मी सहगल को गरीबों का इलाज करना और उनकी सेवा करने की इतनी अधिक चिंता रहती थी कि दिल का दौरा पड़ने (19 जुलाई सुबह आठ बजे) से करीब 15 घंटे पहले भी आर्यनगर के क्लीनिक पर गरीब मरीजों की देखरेख कर रही थी।