Last Updated: Thursday, July 12, 2012, 18:25
एचएसबीसी की एक रपट में कहा गया है कि अभी तक मानसून निराशाजनक रहा है और अगर पर्याप्त बारिश नहीं होती तो इससे मुद्रास्फीति बढ़ेगी साथ ही सब्सिडी बिल भी बढ़ेगा जिससे रिजर्व बैंक के लिए नीतिगत दरों में कटौती की गुंजाइश और सीमित हो जाएगी।