Last Updated: Wednesday, September 5, 2012, 18:48
ऐसे समय में जब पाकिस्तान आतंकवाद से त्रस्त है, उसका आधिकारिक शैक्षिक जगत स्कूली पाठ्यक्रम में हिंदुओं, ईसाइयों और सिखों के खिलाफ तथा जातीय घृणा फैलाने वाली सामग्री को शामिल करने पर रोक लगाने में अक्षम है।