Last Updated: Friday, October 5, 2012, 13:45
पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह ने अपनी नई किताब में कुछ सवाल खड़े किए हैं, जिनमें उन्होंने पूछा है कि क्या खोखले रिवाजों ने उन सिद्धांतों की जगह ले ली है, जिन पर हमारी संसद और लोकतांत्रिक व्यवस्था खड़ी है? और अंतरराष्ट्रीय मामलों में हमारी क्या भूमिका है?