Last Updated: Wednesday, January 29, 2014, 14:22
भारत में अमीरों और गरीबों के बीच शैक्षणिक स्तर पर मौजूद निराशा को दर्शाने वाली संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट का कहना है कि भारत में निरक्षर वयस्कों की संख्या सबसे ज्यादा यानी 28.70 करोड़ है और यह संख्या वैश्विक संख्या का 37 प्रतिशत है।