Last Updated: Tuesday, August 14, 2012, 15:12
ग्रामीण भारत में करीब 67 फीसदी परिवारों द्वारा खुले में शौच के लिए जाने को गंभीर समस्या और भारत के माथे पर एक धब्बा बताते हुए पेयजल और स्वच्छता मंत्री जयराम रमेश ने आज कहा कि देश 2022 से पहले इस शर्मनाक हालात से निजात नहीं पा सकेगा।