Last Updated: Tuesday, March 4, 2014, 15:28
बलात्कार पीड़िताओं के उपचार के लिए नए दिशानिर्देश तैयार करने वाले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ‘टू फिंगर’ परीक्षण को अवैज्ञानिक बताते हुए इसे गैर कानूनी बनाने के साथ ही अस्पतालों से कहा है कि वे पीड़ितों की फोरेंसिक एवं चिकित्सकीय जांच के लिए अलग से कमरे बनाएं।