Last Updated: Monday, March 3, 2014, 17:48
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के अटके ऋणों (एनपीए) में वृद्धि का बड़ा करण मुद्रास्फीति और आर्थिक नरमी बताया जा रहा है पर उद्योग, व्यापार और बैंकिंग क्षेत्र के विशेषज्ञों ने विकट हो रही इस समस्या से निपटने के लिए बैंकों में शीर्ष स्तर पर जवाबदेही तय करने पर बल दिया है।