Last Updated: Tuesday, August 6, 2013, 13:03
भारतीय कंपनियां अभी तक पूरी तरह धोखाधड़ी के बारे में चेताने वाली (व्हीसल ब्लोइंग) प्रणाली का इस्तेमाल नहीं कर रही हैं। एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि ज्यादातर कर्मचारी किसी गलत काम के बारे में शीर्ष अधिकारियों को जानकारी देने के लिए अनौपचारिक चैनलों का इस्तेमाल माल करते हैं।