Last Updated: Friday, December 13, 2013, 00:19
समलैंगिक यौन संबंधों को आपराधिक जुर्म करार देने से संबंधित भारत के उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने सभी प्रकार के समलैंगिकों (लेस्बियन, गे और उभयलिंगियों) के खिलाफ किसी भी प्रकार के भेदभाव का विरोध करते हुए उनके साथ समान व्यवहार करने की जरूरत पर जोर दिया।