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स्त्री एवं दलित विमर्श को केंद्र में लाए राजेंद्र यादव

Last Updated: Tuesday, October 29, 2013, 18:36

कथाकार राजेंद्र यादव नहीं रहे। सुबह-सुबह मैंने यह खबर एक समाचार चैनल पर सुनी। मन दुखी हुआ। साथ ही राजेंद्र यादव के बारे में जितनी भी स्मृतियां हैं, वह एक-एक कर मस्तिष्क पटल पर दस्तक देने लगीं। सबसे पहले यही कि नई कहानी के प्रणेताओं में से एक राजेंद्र यादव भी इस दुनिया को छोड़ गए।