Last Updated: Monday, April 22, 2013, 17:00
हिमाचल प्रदेश में जंगलों एवं जल स्रोतों को समाप्त कर रहे हाइड्रोपावर परियोजनाओं का विरोध पर्यावरण कार्यकर्ता लंबे समय से करते आए हैं। अब निंयत्रक एवं लेखा परीक्षक (सीएजी) ने भी कार्यकर्ताओं के दावे को सही ठहराया है।