महंगाई-भ्रष्टाचार नहीं बना चुनावी मुद्दामहंगाई-भ्रष्टाचार नहीं बना चुनावी मुद्दा
देश भर में महंगाई और भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस और यूपीए सरकार के खिलाफ करीब दो साल से कई बड़े-बड़े आंदोलन हुए। पिछले साल 16 अगस्त को अन्ना के जन लोकपाल आंदोलन ने पूरे देश में भूचाल ला दिया था। देश के हर कोने में जनता सड़कों पर उतर आई थी लेकिन चुनावी राजनीति में इसका कहीं भी कोई असर नहीं देखा गया। इसी परिदृश्य के बीच गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव सम्पन्न हुए। उम्मीदों पर खड़े उतरते हुए नरेंद्र मोदी ने गुजरात में जीत की हैट्रिक बनाई और हिमाचल प्रदेश में भ्रष्टाचार के आरोपी वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस ने भाजपा को पटखनी देकर सत्ता हथिया ली। गुजरात में नरेंद्र मोदी की जीत तो समझ में आती है लेकिन अगर देश में महंगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों में गुस्सा होता तो हिमाचल में कांग्रेस सत्ता में नहीं आती।
जनजातीय वोटों के लिए कांग्रेस-भाजपा में कड़ा मुकाबलाजनजातीय वोटों के लिए कांग्रेस-भाजपा में कड़ा मुकाबला
गुजरात अगले महीने विधानसभा चुनाव के लिए तैयार है। राज्य के पहाड़ी और घने जंगलों वाले पूर्वी क्षेत्र में जनजाति मूल के लोगों की बहुलता है। इस क्षेत्र में जनजातियों के मत हासिल करने के लिए कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है।
चुनावी गणित पर प्रभाव डाल सकते हैं अन्य दलचुनावी गणित पर प्रभाव डाल सकते हैं अन्य दल
दिसंबर के अंत तक यह तय हो जाएगा कि गुजरात की सत्तां में किस राजनीतिक दल का कब्जा। होगा लेकिन इस विधानसभा चुनाव में कुछ ऐसे मुद्दे और समीकरण हैं जो खासा प्रभाव डाल सकते हैं। हालांकि मौजूदा परिप्रेक्ष्य में नरेंद्र मोदी की सत्ताल को ज्यांदा चुनौती मिलती नहीं दिख रही है, फिर भी यह देखना दिलचस्पप होगा कि भ्रष्टारचार, महंगाई, बेरोजगारी आदि मुद्दों से प्रभावित जनता जनार्दन का रुख क्या‍ होता है।
नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधीनरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी
यह चुनाव सियासी जानकारों ने राहुल बनाम मोदी का भी ऐलान कर दिया है।
गुजरात में विकास का मुद्दा अहम होगा गुजरात में विकास का मुद्दा अहम होगा
चाहे वह विधानसभा चुनाव हो या फिर आम चुनाव। सत्ता पर काबिज पार्टी यह दावा ठोंकती है कि उसने पांच साल के दौरान खूब विकास कार्य किए हैं इसलिए उसे वोट मिले।
गुजरात चुनाव से तय होगी देश की राजनीतिक दिशागुजरात चुनाव से तय होगी देश की राजनीतिक दिशा
ऐसा माना जा रहा है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव देश की राजनीतिक दिशा तय करेंगे।
 
 
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गुजरात चुनाव से तय होगी देश की राजनीतिक दिशा
गुजरात चुनाव से तय होगी देश की राजनीतिक दिशा
ऐसा माना जा रहा है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव देश की राजनीतिक दिशा तय करेंगे।
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सदन में दलगत स्थिति  
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