अहमदाबाद/शिमला : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज राज्य में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया और भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर उनके नाम को लेकर चर्चाएं तेज हो गयी हैं। उधर हिमाचल प्रदेश ने कांग्रेस के जख्मों पर मरहम लगाते हुए ताज उसके हवाले कर दिया और सत्तारूढ भाजपा ने अपनी हार स्वीकार कर ली।
गुजरात में भाजपा 29 सीटों पर जीत गयी और 87 सीटों पर बढ़त बनाये हुए हैं वहीं कांग्रेस 12 सीटों पर जीत हासिल करने के साथ 47 सीटों पर आगे चल रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री केशूभाई पटेल की गुजरात परिवर्तन पार्टी का प्रदर्शन बहुत खराब रहा है। राकांपा दो और जदयू एक सीट पर आगे चल रही है।
भाजपा 2007 के चुनावों में मिली 117 सीटों के आंकड़े से आगे निकलने की उम्मीद जता रही थी और हो सकता है कि उसकी उम्मीद पूरी हो जाये। लेकिन 122 सीटों तक पहुंचकर दो तिहाई के जादुई आंकड़े को छूने की उसकी ख्वाहिश के बारे में अभी निश्चित कुछ नहीं कहा जा सकता।
बहरहाल हिमाचल प्रदेश में भाजपा की हार तय मानी जा रही है जहां सत्ता परिवर्तन की परंपरा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में चुनाव प्रचार करने वाली कांग्रेस इस पर्वतीय राज्य में सत्ता में वापस आती दिखाई दे रही है।
68 सदस्यीय विधानसभा में पार्टी को 29 सीटें मिल चुकी हैं और वह सात सीटों पर आगे चल रही है। भाजपा के खाते में महज 16 सीटें आई हैं और 10 पर उसे बढ़त है। अन्य उम्मीदवार चार सीटों पर जीतने के साथ दो पर आगे हैं।
2007 के चुनावों में कांग्रेस ने 23 सीटें ही जीती थीं और भाजपा को 41 सीटों के साथ बहुमत मिला था। (जेंसी)
First Published: Thursday, December 20, 2012, 14:18
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