Last Updated: Saturday, April 6, 2013, 21:06
रामानुज सिंहभारत में क्रिकेट धर्म की तरह है। टेस्ट, वनडे और ट्वेंटी20 सभी तरह के क्रिकेट के प्रति भारतीयों में दीवानगी सिर चढ़कर बोलता है। ऐसे में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आगमन क्रिकेट प्रेमियों के लिए सोने पे सुहागा है। आईपीएल ने क्रिकेट की परिभाषा बदल दी। इस फटाफट क्रिकेट में सिर्फ छक्के चौके ही देखने को नहीं मिलते बल्कि क्रिकेट के साथ-साथ संगीत और डांस का भरपूर आनंद भी मिलता है। वहीं खिलाड़ियों को पैसे कमाने का सबसे सुलभ अवसर भी मिलता है। जिस खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में अवसर नहीं मिल पाता है, उसे इसके जरिए पैसा और नाम कमाने का बेहतरीन अवसर मिलता है। इसलिए आईपीएल को क्रिकेट, पैसा और मनोरंजन का संगम कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं है।
फटाफट क्रिकेट आईपीएल के अबतक पांच संस्करण हो चुके हैं अब छठा संस्करण का आगाज होने जा रहा है। उद्घाटन समारोह दो अप्रैल को कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में होगा। इस अवसर पर शाहरूख खान, कैटरीना कैफ और दीपिका पादुकोण जैसे फिल्मी हस्तियां कार्यक्रम को रंगीन बनाएंगे। इसके अलावा हॉलीवुड स्टार के भी शरीक होने की संभावना है। इस हसीन शाम का गवाह बनने के लिए करीब एक लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। अपने चहते खिलाड़ियों और पसंदीदा फिल्मी सितारों को एक साथ देखने के लिए मोटी रकम भी चुकानी होगी।
इतना ही नहीं, क्रिकेट के मैदान पर प्रत्येक मैच के दौरान क्रिकेटरों और दर्शकों में जोश बनाए रखने के लिए चीयर लीडर्स अपना जवला बिखेरती रहेंगी। जो अतंरराष्ट्रीय मैच में देखने को नहीं मिलता है। इस टूर्नामेंट में भाग ले रहीं टीमों के लिए अलग-अगल चीयर लीडर्स होंगी।
आईपीएल-6 के लिए कई क्रिकेटर काफी महंगे बिके। ऑस्ट्रेलिया के ऑल राउंडर ग्लेन मैक्सवेल पांच करोड़ 30 लाख में बिके। अभिषेक नायर और रूद्र प्रताप सिंह की भी बोली काफी ऊंची लगी। नायर को पुणे वारियर्स ने 3.5 करोड़ में खरीदा। इस बार कुल 108 खिलाड़ियों की बोली लगाई गई। योहान बोथा को दिल्ली डेयरडेविल्स ने 2.3 करोड़ में खरीदा। पोंटिंग को मुंबई ने खरीदा। न्यूजीलैंड के जेसी रायडर एक करोड़ 40 लाख में दिल्ली डेयरडेविल्स के हाथों बिके। जेसी रायडर इस आईपीएल में भाग नहीं ले पाएंगे क्योंकि उन पर कुछ बदमाशों ने हमला कर दिया जिससे वो घायल हो गए हैं। इसके अलावे भारतीय खिलाड़ियों की भी जमकर खरीद फरोख्त हुई। दुनिया भर के क्रिकेटरों को आईपीएल ने अपनी ओर आकर्षित किया है जिसका नजारा भारत के क्रिकेट स्टेडियमों में देखने को मिलेगा।
आईपीएल-6 भी विवादों से कहां अछूता रहने वाला था। श्रीलंका में तमिलों के खिलाफ हुए मानवाधिकार हनन को लेकर श्रीलंका सरकार के खिलाफ तमिलनाडु के लोगों में जबरदस्त गुस्से को देखते हुए मुख्यमंत्री जयललिता ने श्रीलंकाई खिलाड़ियों को प्रदेश में ना खेलने देने की बात कही। हालात की नजाकत को देखते हुए आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने राजनीतिक विरोध को देखते हुए श्रीलंका के खिलाड़ियों को चेन्नई में होने वाले लीग मुकाबलों पर रोक ला दी। आईपीएल के कमिश्नर राजीव शुक्ला ने कहा कि चेन्नई में पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही मैच होंगे लेकिन स्थानीय सरकार के विचारों को अनदेखा नहीं किया जा सकता, ऐसे में चेन्नई में होने वाले मैचों से श्रीलंकाई खिलाड़ियों को दूर रखने के सिवाय और कोई रास्ता नहीं रह गया। आईपीएल के नौ फ्रेंचाइजी टीमों में से आठ टीमों में श्रीलंका के खिलाड़ी शामिल हैं। चेन्नई में 10 मैच होंगे। चेन्नई के क्रिकेट फैंस इस बार श्रीलंकाई खिलाड़ियों का रोमांचक खेल को देखने से वंचित हो जाएंगे।
करीब दो महीने तक चलने वाले आईपीएल-6 के 76 मैचों से फ्रेंचाइची टीमों को जबरदस्त कमाई की उम्मीद है। विज्ञापनदाता कंपनियां भी अपने प्रोडक्ट को लोगों तक पहुंचाने का इससे बढ़िया अवसर गवाना नहीं चाहते हैं। इसलिए विज्ञापन से रेट भी आईपीएल में महंगे हो जाते हैं। आईपीएल-6 के भागीदार बने स्टार इंडिया के सीईओ उदय शंकर ने कहा कि हम आईपीएल के जरिए अपने ब्रांड को लोगों तक पहुंचाने के लिए इसे एक बेहतरीन अवसर के रूप में देखते हैं। पेप्सी, वोडाफोन और यश बैंक पहले से ही आईपीएल के आधिकारिक भागीदार हैं।
कुल मिलाकर आईपीएल से सबको चांदी है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को इस लीग से भारत में अच्छे खिलाड़ियों की खोज भी पूरी होती है। साथ ही जबदस्त कमाई भी। गुमनाम खिलाड़ियों को अपने हुनर का प्रदर्शन कर अतंरराष्ट्रीय स्तर पर उभरने का मौका मिलता है। फ्रेंचाइजी कंपनियों का भी व्यापार खूब फलता फूलता है। दर्शकों को भी राष्ट्रीय, अतंरराष्ट्रीय क्रिकेटरों के रोमांचक मुकाबलों के साथ-साथ मनोरंजन का भी मजा लेने का भरपूर सुअवसर मिलता है।
First Published: Tuesday, April 2, 2013, 13:38