शामिल हों, इसका हिस्सा बनें : सुनीता विलियम्स

शामिल हों, इसका हिस्सा बनें : सुनीता विलियम्स

शामिल हों, इसका हिस्सा बनें : सुनीता विलियम्सवाशिंगटन : करोड़ों भारतीय और अंतरिक्ष में रुचि रखने वालों के लिए अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का यही संदेश है-‘शामिल हों, इसका हिस्सा बनें।’

सुनीता ने जोरे देते हुए कहा कि भारत मानव और प्रतिभा का अच्छा संसाधन है। वह अंतरिक्ष कार्यक्रमों में भारत के पिछड़ने की कल्पना भी नहीं कर सकती हैं। उन्होंने यह बातें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 127 दिन का अभियान पूरा कर वापस लौटने पर कहीं।

पूछने पर कि क्या भारत के पास अमेरिका और रूस के सामने अंतरिक्ष के क्षेत्र में अग्रणी बनने का अवसर है ? उन्होंने कहा, ‘आप जानते हैं, मैं आशा करती हूं। पिछले कुछ वर्षों से मैं पूरी तरह इस अभियान में जुटी हुई थी। इसलिए मुझे वास्तव में भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों और वह क्या कर रहा है, इन सभी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। लेकिन हम वाकई आशा करते हैं।’

सुनीता ने पीटीआई से साक्षात्कार में कहा,‘भारत के पास लोगों और प्रतिभा का संसाधन है, ऐसे में मैं यह कल्पना नहीं कर सकती कि भारत अंतरिक्ष अभियानों में पीछे रह जाए। मैं उम्मीद कर रही हूं कि भारतीय लोग आगे आएंगे और बहुत देर होने से पहले वे इस क्षेत्र में हाथ आजमाएंगे।’

भारत में प्रशंसकों के लिए अपने संदेश में उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के बारे में मैं भारत में लोगों को यही संदेश देना चाहती हूं कि इससे जुड़ें।’

उन्होंने कहा,‘वहां पूरी दुनिया से प्रयोग होते हैं, सिर्फ अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण करने वाले अंतरराष्ट्रीय सहयोगी ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया से विश्वविद्यालय, स्कूलों और हम पूरी दुनिया में बच्चों से बातचीत करते हैं।’ उन्होंने कहा,‘इससे जुड़ें, इसका हिस्सा बनने की कोशिश करें, नए दरवाजे खोलें और नए अवसरों को आने दें।’

भारत आने की योजना के बारे में सुनीता का कहना है,‘गर्मियों में भारत भी ह्यूस्टन की तरह ही बहुत गर्म होता है। इसलिए मैं संभवत: इस बार बसंत में आना पसंद करूंगी।’ सवाल करने पर कि अंतरिक्ष से हमारा भारत कैसा दिखता है उन्होंने कहा, मैंने कुछ बहुत अच्छी तस्वीरें ली हैं। (एजेंसी)

First Published: Sunday, December 2, 2012, 19:11

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