Last Updated: Monday, September 2, 2013, 21:13

संयुक्त राष्ट्र : सीरिया ने संयुक्त राष्ट्र से उसके खिलाफ होने वाले संभावित हमले को रोकने के प्रयास की अपील करते हुए कहा है कि अमेरिकी सैन्य कार्रवाई से अलकायदा तथा उससे जुड़े संगठनों को बल मिलेगा। सरकारी समाचार एजेंसी सना के अनुसार संयुक्त राष्ट्र में सीरिया के प्रतिनिधि बशर अल जाफरी ने एक पत्र के जरिए कहा,सीरियाई सरकार ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव से कहा है कि वह अपनी जिम्मेदारी निभाएं तथा सीरिया के खिलाफ हमले को रोकने के लिए प्रयास करें। इस पत्र में संयुक्त राष्ट्र से सीरिया संकट का शांतिपूर्ण राजनीतिक समाधान तलाशने में मदद करने की भी अपील की गई है। उधर, सीरिया के विदेश उप मंत्री फैसल मुकदद ने कहा कि अमेरिकी सैन्य कार्रवाई अलकायदा और उससे जुड़े संगठनों की मदद करने के लिए होगी।
उन्होंने कहा, सीरिया पर कोई भी हमला अलकायदा तथा उससे संबंधित संगठनों की मदद के लिए होगा। अमेरिका और उसके सहयोगी देश सीरिया में बीते 21 अगस्त को हुए कथित रासायनिक हमले के प्रतिक्रिया स्वरूप दमिश्क के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की तैयारी में हैं। अमेरिका का दावा है कि कथित रासायनिक हमले में 1,429 लोग मारे गए हैं। सीरिया ने अमेरिका के आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की जोरदार पैरवी की, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि कार्रवाई के लिए अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी ली जाएगी। सीरिया पर हमले की योजना का अमेरिका के कुछ सांसदों ने विरोध किया है। ओबामा प्रशासन को बाहर भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
रूस ने कहा है कि सीरिया में दमिश्क के बाहर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल से जुड़े जो सबूत अमेरिका और उसके सहयोगी देशों द्वारा पेश किए गए हैं, उनसे वह पूरी तरह असहमत है। रूस सीरिया में बशर अल-असद के प्रशासन द्वारा कथित रूप से किए गए रासायनिक हमलों के विरूद्ध अमेरिका द्वारा सीरिया पर सैन्य कार्रवाई की योजना के खिलाफ है। सुरक्षा परिषद में भी उसने इससे जुड़े प्रस्ताव का पुरजोर विरोध किया था।
मास्को के एक विश्वविद्यालय में दिए एक व्याख्यान में रूसी विदेश मंत्री सर्गई लावरोव ने कहा, अमेरिकी, ब्रितानी और फ्रांसिसी सहयोगियों द्वारा हमें जो भी सबूत दिखाए गए, वे हमें संतुष्ट नहीं करते। उन्होंने कहा कि इंटरनेट पर पोस्ट की गई कथित हमलों की तस्वीरों पर ‘कई संदेह’ हैं। उधर, समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने खबर दी है रूस ने खुफिया पोत प्रियाजोवे को सीरिया के तट की ओर रवाना किया है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग ली ने कहा, हम इस बात को लेकर बहुत चिंतित हैं कि कुछ देश एकतरफा सैन्य कार्रवाई कर सकते हैं। खबरों के मुताबिक फ्रांस भी अपने यहां सांसदों को रासायनिक हमले में असद शासन की संलिप्तता को लेकर सबूत दे सकता है ताकि सैन्य कार्रवाई के लिए सहमति दी जा सके। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून के एक प्रवक्ता के मुताबिक, सीरिया में रासायनिक हथियारों की जांच के लिए गठित संयुक्त राष्ट्र जांच दल द्वारा एकत्र साक्ष्य आज प्रयोगशालाओं में भेजा जाएगा।
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने सीरिया में कथित रासायनिक हमले को लेकर असद सरकार के खिलाफ सैन्य कार्रवाई पर जोर देते हुए कहा कि राष्ट्रपति ओबामा के पास कांग्रेस की सहमति या उसकी सहमति के बगैर इस बारे में फैसला करने का अधिकार है। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 2, 2013, 21:13