Last Updated: Wednesday, August 21, 2013, 19:54
ज़ी मीडिया ब्यूरो/बिमल कुमार काहिरा : हुस्नी मुबारक की ओर से भ्रष्टाचार के एक मामले में दाखिल की गई याचिका पर मिस्र की एक अदालत ने बुधवार को सुनवाई करते हुए मुबारक की रिहाई के आदेश दिए हैं। अब इस पूर्व तानाशाह की रिहाई का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया।
न्यायिक सूत्रों के अनुसार, अदालत काहिरा के टोरा जेल में लगाई गई। सत्ता से बेदखल किए गए नेता मुबारक यहीं पर कैद हैं।
गौर हो कि बीते सोमवार को अदालत ने एक मामले में 85 वर्षीय मुबारक की रिहाई के आदेश दिए थे। इस मामले में मुबारक पर सार्वजनिक धन में से 1.1 अरब पाउंड के घोटाले का आरोप है। उन पर आरोप है कि उन्होंने इस धन का इस्तेमाल अपने निजी आवासों के नवीनीकरण में किया। इस पर सुनवाई होने के बाद मुबारक की रिहाई की संभावनाएं बढ़ रही हैं क्योंकि उनके खिलाफ लगे आरोपों में कमी आ रही है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2011 की मिस्र क्रांति में हटाए गए इस पूर्व राष्ट्रपति को सत्ता से हटाए जाने के कुछ ही समय बाद बंदी बना लिया गया था। तब से वह कैद में ही हैं और उनके खिलाफ इस मामले में जांच चल रही है। मुबारक ने खुद को मिले उपहारों की कीमत की राशि सरकार को लौटा दी जिससे उनकी रिहाई की संभावनाएं बढ़ गई हैं। मुबारक ऐसे पहले तानाशाह रहे हैं जिन्हें अरब क्रांति के दौरान सबसे पहले हटाया गया था। उनपर 2011 की क्रांति के दौरान 800 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों की हत्या में सहभागिता के आरोपों को लेकर भी दोबारा मुकदमा चल रहा है।
प्रारंभिक फैसले में दोषी ठहराए जाने पर उनके खिलाफ दोबारा सुनवाई के आदेश दिए गए थे। इस मामले की सुनवाई अभी भी चल रही है। मामले की सुनवाई और कैद के दौरान मुबारक के स्वास्थ्य के लेकर विवादास्पद खबरें रहीं।
First Published: Wednesday, August 21, 2013, 19:54