Last Updated: Saturday, June 8, 2013, 17:00

पणजी : भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से आज कोयला घोटाले को लेकर इस्तीफा मांगा। मालूम हो कि कोयला घोटाले की जांच में सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट में पेश करने से पहले सरकार ने बदलाव किया था।
भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने यहां पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सिंह के उद्घाटन भाषण का ब्यौरा देते हुए कहा, ‘जब प्रधानमंत्री खुद संदेह के दायरे में हैं तो कोयला घोटाले में सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट के साथ तत्कालीन कानून मंत्री अश्विनी कुमार के कमरे में क्यों छेड़छाड़ की गई?’ उन्होंने कहा, ‘बदलावों को देखने के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की कि रिपोर्ट का सार बदल दिया गया है। यदि इस टिप्पणी के बाद भी प्रधानमंत्री अपने पद पर बने रहते हैं तो यह नैतिकता को दरकिनार कर देना होगा। हम मांग करते हैं कि उन्हें (मनमोहन) तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।’
अश्विनी कुमार को इस खुलासे के बाद कानून मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था कि कोयला ब्लॉक आवंटन में सीबीआई की स्थिति रिपोर्ट को उच्चतम न्यायालय में पेश किए जाने से पहले उन्होंने उसमें बदलाव किया था। पूर्व में भाजपा अध्यक्ष ने मांग की थी कि क्योंकि विवादास्पद कोयला ब्लॉक आवंटन के समय कोयला मंत्रालय प्रधानमंत्री के पास था, इसलिए उन्हें आत्मावलोकन करना चाहिए कि इस संबंध में किसकी जवाबदेही बनती है।
संप्रग के नौ साल के शासन के समारोहों पर टिप्पणी करते हुए जावड़ेकर ने कहा, ‘जब संप्रग शासन के नौ साल बाद देश में राजनीतिक और आर्थिक संकट है तो इन समारोहों की क्या जरूरत है।’ कांग्रेस के इस आरोप पर कि भाजपा ने पिछले संसद सत्र में बाधा डाली, जावड़ेकर ने कहा कि समूची स्थिति के लिए सरकार जिम्मेदार है क्योंकि इसने केंद्रीय मंत्रियों पवन कुमार बंसल और अश्विनी कुमार के इस्तीफों की विपक्ष की मांग नहीं मानी।
उन्होंने कहा, ‘हम सिर्फ कानून मंत्री और रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। वे तब हमारी मांग पर सहमत नहीं हुए, लेकिन बाद में दोनों को इस्तीफा देना पड़ा। यह पहले भी किया जा सकता था। इसलिए यह सरकार है, जो इसके लिए (संसद सत्र नहीं चलने) जिम्मेदार है।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 8, 2013, 17:00