Last Updated: Friday, October 19, 2012, 21:48
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भुवनेश्वर : ओडिशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजद) में शुक्रवार को अंदरुनी लड़ाई तेज हो गई। पार्टी से निलंबित नेता प्यारी मोहन महापात्र ने जहां अपने निलंबन को ‘गैर-कानूनी’ करार देते हुए नवीन पटनायक को बीजद अध्यक्ष पद के लिए अयोग्य करार दिया, वहीं पटनायक ने यह कहते हुए पलटवार किया कि कुछ लोग उनकी पीठ में छुरा घोंपने की कोशिश कर रहे हैं।
बीजद से निलंबन के बाद पार्टी के भीतर ही ओडिशा जन मोर्चा का गठन कर चुके महापात्र ने संवाददाताओं से बातचीत में यहां कहा कि पार्टी के संविधान के मुताबिक 10 जुलाई 2010 के बाद से ही वह बीजद के अध्यक्ष पद पर बने रहने का अधिकार खो चुके हैं। वह अध्यक्ष पद के लिए योग्य नहीं हैं। एक जून को हुए अपने निंलबन का हवाला देते हुए राज्य सभा सांसद ने इसे पार्टी के संविधान के मुताबिक ‘गैर-कानूनी’ करार दिया।
अपने निंलबन का पत्र पार्टी की ओर से उन्हें अब तक औपचारिक तौर नहीं दिए जाने की बात कहते हुए महापात्र ने सवाल किया, ‘‘जब जुलाई 2010 से ही पटनायक को अध्यक्ष पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है तो वह मुझे जून 2012 में निलंबित कैसे कर सकते हैं?’ महापात्र ने आरोप लगाया कि पार्टी का आंतरिक लोकतंत्र बर्बाद कर दिया गया है और बीजद की कार्यकारी समिति, जिसे पार्टी के संविधान के मुताबिक छह महीने में कम से कम एक बार बैठक करना चाहिए, की बैठक कई सालों से नहीं हुई है। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 19, 2012, 21:47