Last Updated: Wednesday, November 21, 2012, 17:12
मुंबई: महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर आर पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार ने पाकिस्तान के आतंकवादी अजमल कसाब को फांसी देने का फैसला दो महीने पहले ही ले लिया था।
पाटिल ने संवाददाताओं से कहा कि उच्चतम न्यायालय ने इस साल 29 अगस्त को कसाब की मौत की सजा बरकरार रखने का फैसला सुनाया था। राज्य सरकार ने नौ सितंबर को मौत की सजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश से सलाह-मश्विरा कर 11 सितंबर को कसाब की फांसी के लिए 21 नवंबर का दिन तय किया गया।
गौरतलब है कि मुंबई में वर्ष 2008 में हुए आतंकवादी हमले में जीवित पकड़े गए एकमात्र पाकिस्तानी आतंकवादी कसाब को आज सुबह पुणे की यरवदा जेल में फांसी दे दी गई।
पाटिल ने बताया कि इस पूरे अभियान को ऑपरेशन एक्स का नाम दिया गया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा संबंधित चिंता और सुचारू रूप से सजा देने के लिए सजा संबंधी सूचना गुप्त रखी गई।
उन्होंने कहा कि मैंने 12 नवंबर को पुणे में वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर इस पर चर्चा की। कसाब को 18 नवंबर को यरवदा जेल स्थानांतरित कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि जेल नियमावली के अनुसार कसाब को सजा के बारे में हिंदी एवं उर्दू में जानकारी दे दी गई और मौत के फरमान पर उसके हस्ताक्षर लिए गए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 21, 2012, 17:12