Last Updated: Wednesday, November 21, 2012, 16:07
लश्कर-ए-तोएबा के आतंकवादी अजमल कसाब को पता था कि उसे 21 नवंबर की सुबह फांसी पर लटकाया जाएगा। कसाब को मुंबई की ऑर्थर रोड जेल से 19 नवंबर को पुणे की यरवदा जेल ले जाए जाने से पहले, उससे उसके डेथ वारंट (मौत का वारंट) पर हस्ताक्षर कराए गए थे।