Last Updated: Monday, September 23, 2013, 16:33

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में कुछ बड़ी राजनीतिक पार्टियों द्वारा सांप्रदायिक सद्भावना को ‘खतरनाक’ तरीके से नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को आगाह किया कि इस तरह की ताकतों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने मांग की कि केन्द्र एक ऐसा तंत्र कायम करे जिसमें सांप्रदायिक तनाव को हवा देने के लिए सामाजिक मीडिया एवं मोबाइल फोन के इस्तेमाल को रोका जा सके। यादव ने यहां राष्ट्रीय एकता परिषद (एनआईसी) में एक बैठक के दौरान कहा कि इस समय प्रतीत होता है कि कुछ बड़े राजनीति दल 2014 आम चुनाव के मद्देनजर राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव को खतरनाक ढंग से नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। लोगों का ध्रुवीकरण करने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने कहा कि वाहन दुर्घटना एवं छेड़छाड़ जैसी छोटी घटनाएं, जिन्हें स्थानीय या पंचायत स्तर पर सुलझाया जा सकता है, निहित स्वाथरें द्वारा बड़ी समस्या में तब्दील कर दिया जाता है। मुजफ्फरनगर में हिंसा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें शामिल पाये गये लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यकों की आबादी करीब 20 प्रतिशत है जिसमें मुस्लिमों की हिस्सेदारी 18.5 प्रतिशत है। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 23, 2013, 16:33